लुधियाना के पावरलूम मजदूरों की 8 दिन पुरानी शानदार हड़ताल की गौरवशाली जीत
लुधियाना के 42 पावरलूम कारखानों (शक्तिनगर, टिब्बा रोड) में पिछले 24 अगस्त से चल रही सैकड़ों मजदूरों की हड़ताल 31 अक्टूबर को एक शानदार जीत के साथ समाप्त हुई। मजदूरों ने अपनी जुझारू दृढ़ता के दम पर न सिर्फ मालिकों को अपनी प्रमुख मांगें मानने पर विवश किया, बल्कि हड़ताल के दिनों का मुआवजा देने पर भी मालिकों को मजबूर किया। हाल के इतिहास में यह पहला मौका था जब मालिकों ने हड़ताल के दिनों का भी मुआवजा देना स्वीकार किया है वरना अधिकतर मामलों में उल्टा मजदूरों को ही जुर्माना देना पड़ता था या जैसा कि लुधियाना में एवन साइकिल की हड़ताल के समय हुआ था जब मजदूरों को 9 दिन तक मुफ्त काम करना पड़ा था।
आठ दिन तक चली हड़ताल के बाद मजदूरों ने गौरवशाली संघर्ष से यह जीत हासिल की। लुधियाना के पावरलूम कारखानों की अमानवीय परिस्थितियों और बेहद कम वेतन और लगभग सभी बुनियादी मानवीय अधिकारों से वंचित मजदूरों की इस जीत ने साबित कर दिया कि मुनाफाखोर मालिकों और पूंजीवादी प्रशासन के खिलाफ मजदूरों की फौलादी एकजुटता ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है। साथ ही इस आंदोलन ने यह भी पुष्ट कर दिया कि एक जुझारू नेतृत्व के तहत चलाया जाने वाला समझौताहीन संघर्ष ही मजदूरों को उनके अधिकार दिला सकता है।
कारखाना मजदूर यूनियन लुधियाना के नेत़त्व में लुधियाना के पावरलूम मजदूरों का यह आंदोलन और इसकी सफलता सभी मजदूरों के लिए प्रेरणादायी है। हम लुधियाना के पावरलूम मजदूरों का क्रान्तिकारी अभिवादन करते हैं। लुधियाना के मज़दूरों के नाम शक्तिनगर के पावरलूम मज़दूरों की जीत पर निकाले गये पर्चे यहां प्रस्तुत हैं। दोनों पर्चे पीडीएफ़ प्रारूप में हैं। पढ़ने के लिए क्लिक करें -
पहला पर्चा
पावरलूम मजदूरों की 8 दिन चली हड़ताल की शानदार जीत -- अंधकार का युग बीतेगा, जो लड़ेगा वो जीतेगा
दूसरा पर्चा
शक्तिनगर के पावरलूम मजदूर को शानदार जीत की हार्दिक बधाई -- अभी तो यह अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है।
पहला पर्चा
पावरलूम मजदूरों की 8 दिन चली हड़ताल की शानदार जीत -- अंधकार का युग बीतेगा, जो लड़ेगा वो जीतेगा
दूसरा पर्चा
शक्तिनगर के पावरलूम मजदूर को शानदार जीत की हार्दिक बधाई -- अभी तो यह अंगड़ाई है, आगे और लड़ाई है।
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